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किरण ने फिर पूछा,
“करिश्मा कैसे काम आ सकती थी? सीमा को ही क्यों चुना?
आमुक्ति ने कहा,
“करिश्मा उस जगह चादर चढाने वो जब दस साल की थी तब से आ रही थी| जब पंद्रह साल की
हुई तो उसकी शादी अरमान से हो गयी| पर अरमान उसे जरा भी प्यार नहीं करता था| जब भी
दुखी होती वहा आती| अपना रोना रोती| उसे लगता था की उस कब्र में लेटा हुआ आदमी उसकी
सुन रहा हैं पर उसकी बात मैं सुनती थी| अरमान की शादी होने के बाद भी उसने दूसरी
लडकियों को अपने प्यार के जाल में फसाया| करिश्मा को हर एक के बारे में पता था पर
कुछ नहीं कर सकती थी| जब भी अरमान को किसी दूसरी के साथ देखती मेरे पास आती, रोती,
अपना मन हल्का करती और चली जाती| ये नित का हो गया था|”
लेखिका: रिंकू ताई
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