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Saturday, 12 August 2023

आमुक्ति का करिश्मा: करिश्मा: भाग १



कृपया, पूरी कथा पढ़ने के लिए अनुक्रम पर जाए|

दो दिन बाद सीमा अपने घर पर थी, अपने शहर दुर्ग में थी| सीमा अभी भी मल्यालम में बडबड किये जा रही थी| उसकी हालत देख कर माँ-पिता के ह्रदय की पीड़ा और बढ़ रही थी|

वो बीमार हैं ये सुनकर कई नातेदार मिलने भी आ रहे थे| पर उसकी हालत देखकर उर्मिला और नवनाथ को सांत्वना देकर जा रहे थे|

फिर एक दिन सीमा की दूर की मौसी किरण उससे मिलने आई| किरण को बाकि नातेदारों से सीमा की हालत का पता चल गया था| किरण को तंत्र और ज्योतिष विद्या का ज्ञान था और भुत भगाना, वशीकरण उतारना, इत्यादि काम वो कई सालों से कर रही थी| और इसीलिए वो सीमा को ध्यान से देखने ही आई थी| उर्मिला को वो सिर्फ मदत करना चाहती थी|


लेखिका: रिंकू ताई

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