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Monday, 14 August 2023

आमुक्ति का करिश्मा: मुक्ति: भाग ३

       


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फिर किरण ने पूछा, “दोनों तो मर गए हैं तो फिर अब क्या करना हैं?”

आमुक्ति ने कहा, “पुरे रीतिरिवाजों के साथ दोनों का अंतिम संस्कार करो| दोनों का पिंड दान करो| दोनों मुक्त हो जायेगे|”

उर्मिला ने पूछा, “फिर आपकी इस पिशाचयोनी से मुक्ति क्या सीमा के मरने से होंगी?”

आमुक्ति ने कहा, “नहीं| सीमा को मरने जरुरत नहीं हैं मुझे मुक्त कराने के लिए| मुझे अभी भी मेरे कुछ कर्म भुगतने हैं| जिसके लिए नए से मेरी यात्रा अब आरम्भ होगी| और डरो मत अब मैं सीमा को छोड़ दूंगी| इसके बाद उसे कैसे रहना हैं ये समझ में आ गया हैं| उसे अपने मरे हुए बच्चो का दुःख जरुर होगा पर इसके आगे उसका भविष्य उज्वल हैं|”


लेखिका: रिंकू ताई

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