Followers

Sunday, 13 August 2023

आमुक्ति का करिश्मा: काली करतूतों का पर्दाफाश: भाग ३

    


कृपया, पूरी कथा पढ़ने के लिए अनुक्रम पर जाए|


करिश्मा ने कहा, “अरमान को मैं अपने बचपन से चाहती थी| वही मेरा होने वाला शौहर हैं, ये बात मुझे बचपन से ही बताई गयी थी| मैं नहीं जानती की हमारी शादी के पहले उसे कभी ये बताया भी गया था या नही की मैं उसकी होनेवाली बीवी हु| उसे कभी मुझमे कोई इंटरेस्ट था ही नहीं| पर मैंने अपने मजहबी तालीम के हिसाब से उसे अपने सर का ताज बना कर रखा था| जब हमारी शादी हुई तब भी उसके चार लडकियों के साथ सम्बन्ध थे| वो तब १८ साल का था| एक दिन उसने उसकी एक प्रेमिका से मिलवाया और कहा की मैं उसकी मौसेरी बहन हु| वो लड़की दो महीनो की प्रेगनेंट थी पर अपना रिलिजन छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी| इसीलिए अरमान उसका एबॉर्शन करवाना चाहता था| फिर उसने मुझे कहा की मैं उस लड़की को अस्पताल लेकर जाऊ और उसका एबॉर्शन करवाउ| अरमान ने उस लड़की के जूस में नशे की दवा मिला दि थी| वो लड़की बेहोश होने के बाद अरमान ने हम दोनों को सरकारी अस्पताल के बाहर छोड़ दिया और चला गया| मैंने उस लड़की का नाम पता गलत लिखा और उसका एबॉर्शन करवा दिया| मेरे हाथ में उसी अस्पताल में काम करने वाले डॉ. काजी के नाम का परचा था| फिर क्या ये हर दो-तिन महीनों में ये एक बार होने लगा|” 


लेखिका: रिंकू ताई

कृपया, पूरी कथा पढ़ने के लिए अनुक्रम पर जाए|


 

No comments:

Post a Comment

सवेरे उठी काम काम काम….

कभी ना लिया शिव का नाम लिरिक्स कभी ना लिया शिव का नाम, सवेरे उठी काम काम काम, कभी ना लिया हरी नाम, सवेरे उठी काम काम काम..... हमरे द्वारे पे...