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किरण ने आगे चिंता जताते
हुए कहा, “तुम अपना खयाल रखना और इस हालत के हिसाब से भरपूर भोजन करना, अपने आप को
फिट रखना| मैं तुम्हारे लिए खाना बनाकर लाती हु|”
किरण बाहर गयी और सीमा
अपने बाल सवारने के लिए आईने के सामने आ गयी| उसने आईने में अपने पीछे एक नीली
चमकती हुई परछाई देखि जिसके पेट से दो बच्चे लटकते हुए उसे दिखे| इसके पहले की वो
कुछ कर पाती आमुक्ति ने कहा, “एक दिन के कुछ घंटे दिए थे तेरी मौसी को तेरे मुहसे
तेरे होने वाले बच्चों के बाप के बारे में पता करने के लिए अब तुमने भी बता दिया
हैं तो समय ख़त्म हो गया हैं|” और ऐसा कहकर आमुक्ति ने सीमा को फिर से वश में कर
लिया|
लेखिका: रिंकू ताई
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