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Sunday, 13 August 2023

आमुक्ति का करिश्मा: बचपन के दिन: भाग १

      


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किरण ने आमुक्ति ने बताया वैसा ही खाना सीमा के लिए बनाया| आमुक्ति केरल से थी, तो उसने केरल की पारम्परिक शुध्द शाकाहारी डिशेस की एक लम्बी लिस्ट दे दी थी किरण को| किरण ने आज उसके लिए बीटरूट की खिचड़ी बना दी थी|

किरण के हाथ का खाना खाकर आमुक्ति भावुक हो गयी उसके आँख में आसू देख किरण ने पूछा, “क्या हुआ?”

आमुक्ति ने कहा, “दादी की याद आ गयी|”

आमुक्ति और भी कुछ कहना चाहती थी| पर किरण ने रोका और कहा, “मैं केरल के पुरे धार्मिक रीती रिवाज तो नहीं जानती पर इतना जरुर जानती हु की उससे मिलते-जुलते धार्मिक रिवाज हर जगह होते हैं| बस मैं इतना चाहती हु की तुम्हारी बात सीमा भी सुने और सीमा के होने वाले बच्चे भी समझे| तीनो को धर्म से अवगत कराना चाहती हु जिससे आगे चलकर ये तीनो धर्म-विरोधी न हो| मैं तुम्हारी बाते रिकॉर्ड करना चाहती हु अगर तुम ठीक समझो तो|”


लेखिका: रिंकू ताई

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