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Sunday, 13 August 2023

आमुक्ति का करिश्मा: ख़त: भाग ३

    


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फिर उस रूह ने मुझे कुछ ऐसा दिखाया जिसपर मैं कभी भरोसा नहीं करना चाहती थी| उसने मेरी आखे अपने हाथो से ढकी और उन बंद आखों के सामने एक फिल्म चलने लगी| ये फिल्म हमारे सुखी परिवार के आने वाले कल की थी| मैंने देखा की तुम और मैं साथ में रह रहे हैं| तुम दोनों बच्चो को मेरे हवाले कर चुकी थी| दोनों बच्चे मुझे भी उतना ही प्यार दे रहे थे, जितना तुमसे करते थे| पर अरमान को तुम्हारी पूजा से दिक्कत थी, जो तुमने मुझे और बच्चो को सिखा दी थी और मजहबी इबादत के साथ हम सब लोग पूजा भी करते थे| मैं हर बार अरमान से तुम्हे बचाती रही| तुम्हे इस बारे में कुछ भी नहीं पता था| तुम्हे यही लगता था, की अरमान तुमसे बहोत प्यार करता हैं| और फिर उसने तुम्हे रस्ते से हटाने के लिए पुरे घर को आग लगाने का प्लान किया था| उसदिन तुम, तुम्हारे दोनों बच्चे और मैं उस घर की आग में जल कर खाक हो गए थे| 


लेखिका: रिंकू ताई

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