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Sunday, 13 August 2023

आमुक्ति का करिश्मा: ख़त: भाग २

    


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मुझे तुम्हे लेकर एर्नाद जाने दिया गया था| असल में एर्नाद में तुम्हारा एबॉर्शन नहीं बल्कि खून करने के लिए मुझे तुम्हारे साथ अरमान ने भेजा था| अबकी बार उसने जो दवा मुझे दी थी वो जहर थी| तुम्हारे खाने में मिलाकर तुम्हे मारने का पूरा इंतजाम अरमान ने कर दिया था| पर शायद किस्मत को कुछ और ही मंजूर था| उस रात जब तुम बेहोश हुई, तब तुम्हारे बदन से एक नीली रौशनी ने मेरी आखे खोल दी| वो शायद कोई भटकती रूह थी जिसने तुम्हे कुछ नहीं होने दिया|

पहले मैं उसे देखकर डर गयी पर मेरे अलावा वो रौशनी किसी और को नही दिख रही थी| फिर मैंने हिम्मत कर के उस रूह से पूछा, की वो क्या चाहती हैं| उस रूह ने कहा, की मैं वहा से तुम्हारे माँ पिताजी आने के बाद चली जाऊ| पर जाने के पहले तुम्हारे प्रेगनेंसी के सभी रिपोर्ट्स गायब करने के लिए कहे|


लेखिका: रिंकू ताई

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