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मुझे तुम्हे लेकर एर्नाद
जाने दिया गया था| असल में एर्नाद में तुम्हारा एबॉर्शन नहीं बल्कि खून करने के
लिए मुझे तुम्हारे साथ अरमान ने भेजा था| अबकी बार उसने जो दवा मुझे दी थी वो जहर
थी| तुम्हारे खाने में मिलाकर तुम्हे मारने का पूरा इंतजाम अरमान ने कर दिया था|
पर शायद किस्मत को कुछ और ही मंजूर था| उस रात जब तुम बेहोश हुई, तब तुम्हारे बदन
से एक नीली रौशनी ने मेरी आखे खोल दी| वो शायद कोई भटकती रूह थी जिसने तुम्हे कुछ
नहीं होने दिया|
पहले मैं उसे देखकर डर
गयी पर मेरे अलावा वो रौशनी किसी और को नही दिख रही थी| फिर मैंने हिम्मत कर के उस
रूह से पूछा, की वो क्या चाहती हैं| उस रूह ने कहा, की मैं वहा से तुम्हारे माँ
पिताजी आने के बाद चली जाऊ| पर जाने के पहले तुम्हारे प्रेगनेंसी के सभी रिपोर्ट्स
गायब करने के लिए कहे|
लेखिका: रिंकू ताई
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