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Monday, 14 August 2023

आमुक्ति का करिश्मा: चिथड़े वाली पिशाचिनी: भाग ८

       


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आज भी उषा के माँता-पिता ये सोचते हैं की उषा कही भाग गयी हैं| अरमान को इस बात का कोई दुःख नहीं हैं, की उषा कही मिल नहीं रही वो तो यही कह रहा हैं “अच्छा हो गया खुद से कही भाग गयी| नहीं तो उसे गायब करने के लिए मुझे पापड़ बेलने पड़ते|”

अरमान का ये ऐसा बर्ताव देख कर सीमा परेशान हो गयी और रोने लगी| आमुक्ति ने उसे जगाया और पूछा, “क्या हुआ?”

सीमा ने कहा, “कुछ समझ नहीं आ रहा| अरमान इतना दुष्ट होगा ये मुझे नहीं लगा था|”

उस दिन के बाद से सीमा चुप-चुप रहने लगी थी| उसे जीवन नीरस लग रहा था| कई बार उसके मन में अरमान को मारने की इच्छा जगी पर वो कुछ नहीं कर सकती थी| ऐसे करते-करते उसके प्रसव के दिन नजदीक आने लगे थे|


लेखिका: रिंकू ताई

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