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पीड़ा से तड़पती आमुक्ति
बार-बार अपनेआप को दोष देती हुई रोने लगी| उर्मिला ने उसे शांत करते हुए लेटने के
लिए कह दिया| और वो उसे कमरे में ले गयी| आमुक्ति को लेटा कर उर्मिला अपने कमरे
में चली गयी| पर सुप्त अवस्था में सबकुछ सुन रही सीमा को आमुक्ति के पीड़ा का कारण
जानना था| तो दोनों में द्वन्द होने लगा|
सीमा ने कहा, “मेरे
माध्यम से तुम सबकुछ बता रही हो पर तुम्हे हो रही पीड़ा का असर मेरे होने वाले
बच्चो पर हो रहा हैं| ये मेरे और अरमान के प्यार की निशानी हैं| मैंने भले ही मासी
के सामने अपने आप को बेवकूफ कहा हो पर मुझे पूरा भरोसा हैं की अरमान मुझे फिर से
अपना लेगा|”
लेखिका: रिंकू ताई
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