Followers

Sunday, 13 August 2023

आमुक्ति का करिश्मा: देवदर्शन यात्रा: भाग ८

  




कृपया, पूरी कथा पढ़ने के लिए अनुक्रम पर जाए|


आमुक्ति ने आगे कहा, “अब यहाँ से एक महिना और पैदल यात्रा करते हुए घर पर जाना था| हम दोनों को घर जाने की जल्दी हो गयी थी| इसीलिए हमने जंगल के रस्ते को अपनाया| थोडा डरवाना था पर कर लिया| दिन भर हम जल्दी जल्दी चलकर किसी गाव तक पोहोच जाते| और दिन भर जंगल में जो भी फल या कंद मिलते थे वो खाते थे| अगर किसी गाव में हमें भोजन दिया जाता था तो कर लेते थे नहीं तो पूरा दिन फल और कंद खाकर बिता देते थे| और अगले दिन दुगनी तेजी से रास्ता पार कर लेते थे|”


लेखिका: रिंकू ताई

कृपया, पूरी कथा पढ़ने के लिए अनुक्रम पर जाए|

No comments:

Post a Comment

सवेरे उठी काम काम काम….

कभी ना लिया शिव का नाम लिरिक्स कभी ना लिया शिव का नाम, सवेरे उठी काम काम काम, कभी ना लिया हरी नाम, सवेरे उठी काम काम काम..... हमरे द्वारे पे...