कृपया, पूरी कथा पढ़ने के लिए अनुक्रम पर जाए|
आगे नागनाथ ने कहा,
“सीमा की दिमागी हालत का सर्टिफिकेट लेकर, मैं सीमा की छुट्टी के लिए उसके बैंक
गया था| वहा भी मैंने हर एक से करिश्मा के बारे में पूछा, की वो कहा हैं? तो बैंक
के सहकर्मियों ने बताया की, वे लोग किसी करिश्मा को जानते हि नहीं|”
अपने मन में उठ रहे
सवालों को बड़ी मुश्किल से रोकते हुए आगे नागनाथ ने कहा, “बैंक वालों ने सीमा को
छुट्टी दे दी और फिर उसके क्वार्टर पर भी मुझे ले जाया गया| जहा से मैंने सीमा का
सारा सामान ला लिया| वहा भी मैंने आसपास करिश्मा के बारे में पूछताछ की पर किसी को
कुछ नहीं पता| वो लड़की कहा से आई? कौन थी? कहा गयी? कोई कुछ नहीं जनता|”
लेखिका: रिंकू ताई
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