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अपना रोना रोकते हुए,
आगे नागनाथ ने कहा, “फिर मैंने सीमा के फ़ोन से उसने बुक किये हुए होटल में पूछा की,
सीमा के साथ कौन-कौन था? तो होटल वालों ने कहा की करिश्मा थी| होटल वालों ने यह भी
बताया की करिश्मा अक्सर महीने में एकाध बार एर्नाद आती थी| करिश्मा हमेशा एक ही
ड्राईवर को अपने साथ ले जाती थी| उसका नाम असलम बताया गया मुझे| कभी वो अकेले आती
थी, तो कभी उसके साथ उसकी कोई सहेली रहती थी| ऐसा होटल वालो ने ही मुझे बताया|”
परेशान नागनाथ ने आगे
कहा, “फिर मैंने असलम से करिश्मा के बारे में पूछा| तो उसने बताया की, करिश्मा
अक्सर एक मजार पर चादर चढाने एर्नाद आती थी| उस दिन भी करिश्मा और सीमा उसी मजार
पर गयी थी और उसके बाद होटल लौट आई|”
लेखिका: रिंकू ताई
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