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Sunday, 13 August 2023

आमुक्ति का करिश्मा: देवदर्शन यात्रा: भाग १

  




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आमुक्ति ने कहा, “आज शामको कुछ मीठा बनाना| नारियल का हो तो और अच्छा| एक काम करते हैं मैं ही बनाती हु|”

शाम को आमुक्ति ने खाना बनाया| सब लोग साथ में बैठकर भोजन कर रहे थे| नागनाथ ने पूछा, “आपके विवाह के बाद आप अपने पति के साथ कहा घुमने गई थी?”

ये सवाल सुनते ही आमुक्ति स्मृतियों के सागर में गोते लगाने लगी थी| और उसने कहा, “विवाह के बाद पंद्रह दिन तक मेरे सासुमा ने मुझे आत्मरक्षा कैसे करनी है इसकी शिक्षा दी| इन पंद्रह दिनों तक मैंने मेघश्याम का चेहरा तक नहीं देखा| पंद्रह दिन बाद हम दोनों को देवदर्शन यात्रा के लिए जाने की तैयारी करने के लिए कहा गया|” 


लेखिका: रिंकू ताई

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