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जब उसका भाई ठीक हो गया
तो अरमान ने कहा, “उषा वो सुलेमान पैसे मांग रहा हैं| लौटाने पड़ेंगे| एकसाथ नहीं
भी हुए तो भी थोड़े-थोड़े करके लौटाने पड़ेंगे|| उषा ने ठीक हैं कहा|
फिर उषा दुगना काम कर
पैसे जोड़ने लगी| महीने भर में पाच हजार उसने जोड़ लिए थे| पाच हजार लेकर वो सुलेमान
के पास गयी| तो सुलेमान ने उसे बेईज्ज्जत करते हुए कहा, “कब तक ये चिल्लर लाती
रहोगी| दस लाख का कर्जा उतारते-उतारते बूढी हो जाओगी| कुछ दूसरा काम करो जिसमे
ज्यादा पैसे हैं| अगर ऐसा काम करना हैं तो मैं बता दूंगा|”
लेखिका: रिंकू ताई
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