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Monday, 14 August 2023

आमुक्ति का करिश्मा: चिथड़े वाली पिशाचिनी: भाग ५

       


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उषा की आख में ज्यादा पैसों की लालच साफ़ नजर आ रही थी| उषा झट से तैयार हो गयी ये जाने बिना ही की क्या करना होगा? सुलेमान ने कहा, कल सबेरे आजाना काम समझा दूंगा| अगले दिन उषा वहा पोहोच गयी| उषा को थोडा बहुत इलेक्ट्रॉनिक्स का भी काम जम जाता था क्यों की उसने इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा इंजीनियरिंग किया था| सुलेमान ने उसे कुछ सर्किट्स सोल्डर करने के लिए दी और उषा अपने काम पर लग गयी थी| उषा को नहीं मालूम था की वो जिन सर्किट्स को सोल्डर कर रही हैं उनका इस्तमाल कहा होने वाला हैं| दिन में सिर्फ तिन घंटे काम करने के उसे सुलेमान २५००० रुपये महीने के दे रहा था| और साथ में हर महीने उतने ही उसके कर्जे से भी काट रहा था| 


लेखिका: रिंकू ताई

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