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Monday, 14 August 2023

आमुक्ति का करिश्मा: चिथड़े वाली पिशाचिनी: भाग ३

      


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उषा गरीब घर से थी| जॉब करना चाहती थी, अपने कॉलेज की फीस और घरखर्च के लिए थोडा सहारा देने के लिए| अरमान की कई जगह पहचान थी| तो अरमान ने उसे एक डाटा एंट्री फर्म में काम पर लगा दिया था| दिनभर काम करके शामको उषा अरमान के साथ ही अपने घर जाती थी| अरमान उसे उसके कॉलोनी के बाहर तक ही लिफ्ट देता था, ये कहकर की लोग चार बाते करेंगे और उषा की ही बदनामी होंगी| उषा भी मान जाती थी|

एक दिन उषा की बहोत सारे रुपयों की जरुरत आन पड़ी, क्यों की उसके भाई का एक्सीडेंट हो गया था| उसने अरमान से मदत मांगी| तो अरमान ने उसे किसी सुलेमान के पास भेजा| सुलेमान दिखने में एकदम गुंडा था और असल में भी गुंडा ही था| सुलेमान ने उसे दस लाख रुपये रोकड़ा दे दिए और कहा, “और भी जरुरत पड़ी तो मिल जायेंगे|” उषा ख़ुशी ख़ुशी अस्पताल आई और अच्छे से अपने भाई का इलाज करवाया|


लेखिका: रिंकू ताई

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