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Saturday, 12 August 2023

आमुक्ति का करिश्मा: पागलपन: भाग ३

 


कृपया, पूरी कथा पढ़ने के लिए अनुक्रम पर जाए|

एर्नाद के उस छोटे से अस्पताल के डॉक्टर को कुछ समझ नहीं आ रहा था की सीमा की बेहोशी की वजह क्या हैं? ऑक्सीजन लगा कर, उस डॉक्टर ने तुरंत सीमा को थिरुवनंतपुरम के बड़े अस्पताल में ले जाने की सलाह दी|

जो भी स्थिती थी, करिश्मा को समझ गया था की उससे अकेले से कुछ नहीं होगा| करिश्मा ने उर्मिला से कहा “आंटी यहाँ कुछ समझ नहीं आ रहा की क्या हो रहा हैं? आप जल्द ही यहाँ आ जाइये मैं सीमा को अम्ब्युलेंस में लेकर थिरुवनंतपुरम पोहोचती हु|”

अगली सुबह करिश्मा ने सीमा को थिरुवनंतपुरम के बड़े अस्पताल में भर्ती करा दिया था और सीमा के माता-पिता उर्मिला और नागनाथ भी वहा पोहोच गए थे| करिश्मा ने अस्पताल के सारे कागजात उर्मिला को दिए और वो अपने घर अपनी जॉब का कारण बताकर चली गयी| 

कृपया, पूरी कथा पढ़ने के लिए अनुक्रम पर जाए|

लेखिका: रिंकू ताई



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