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आखो में थोड़ी सी आशा की
चमक लिए उर्मिला और नागनाथ ने पूछा, “बताओ किरण! क्या करना होगा?”
फिर किरण ने कुछ पूजा का
सामान इकठ्ठा किया| घर में खीर पकाने के लिए कहा|
रेत का शिवलिंग स्थापित
कर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए हवन किया|
हवन की खुशबु सूंघ कर,
मंत्रोच्चारण की आवाज सुन कर, सीमा हवन की तरफ खिची चली आई| हवन के पास आकर
आहूतिया देने लगी| फिर उसने शिव पूजन कर अत्यंत मधुर स्वरों में शिव तांडव
स्त्रोत्र भी गाया| उसके मुख से शिव तांडव स्त्रोत्र सुन उर्मिला और नागनाथ अचम्भे
में पड़ गए क्यों की सीमा को संस्कृत नहीं आती थी|
लेखिका: रिंकू ताई
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