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Saturday, 12 August 2023

आमुक्ति का करिश्मा: सीमा ही क्यों?: भाग ३

 


कृपया, पूरी कथा पढ़ने के लिए अनुक्रम पर जाए|


आखो में थोड़ी सी आशा की चमक लिए उर्मिला और नागनाथ ने पूछा, “बताओ किरण! क्या करना होगा?”

फिर किरण ने कुछ पूजा का सामान इकठ्ठा किया| घर में खीर पकाने के लिए कहा|

रेत का शिवलिंग स्थापित कर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए हवन किया|

हवन की खुशबु सूंघ कर, मंत्रोच्चारण की आवाज सुन कर, सीमा हवन की तरफ खिची चली आई| हवन के पास आकर आहूतिया देने लगी| फिर उसने शिव पूजन कर अत्यंत मधुर स्वरों में शिव तांडव स्त्रोत्र भी गाया| उसके मुख से शिव तांडव स्त्रोत्र सुन उर्मिला और नागनाथ अचम्भे में पड़ गए क्यों की सीमा को संस्कृत नहीं आती थी|


लेखिका: रिंकू ताई

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