म्हे थाने पुछा बीरा ओ श्रीकृष्णजी,
कुण थाको तीलक हिरासू जडज्यो ।।
माताकी जाई बेन सुभद्राबाई,
वा म्हारो तीलक हिरासू जडज्यो ।।
म्हे थाने पुछा बहू ओ रुक्मिणी दे,
कुण थाकी गोद गिंदोडासू भरी ॥
सासूकी जाई नणंद सुभद्राबाई,
वा म्हारी गोद गिंदोडासू भरी ।।
नोट: श्रीकृष्णजी की जगह आगे भाइयों के नाम लेना।
सुभद्राबाई की जगह हर बार वर या वधू के माता का नाम लेना।
रुक्मिणी की जगह जिस भाई का नाम लिया है उनकी पत्नी का नाम लेना।
भाई कुंवारा हो तो आखरी की तीन लाइन नहीं गाना।
यही पद को बार बार सभी भाई भाभियों के नाम लेकर गाना।
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