माताजी
आतो लिलीसी टोपी ने हरीयासा बागा तो थे कोई ओऽऽ
म्हारी मुंदल माता उभा बडथळेजी ॥धु॥
म्हेतो जोवा छा, जोवाडा छा, म्हारा सेवगडारीऽऽ बाटज ओऽऽ
म्हारा जातीडारी बाटज ओऽऽ म्हे तो जाणा ओ दशरथजीरा रामचंद्रजी जात पधार सीऽऽ जी
जाती आवेला मन भावेला, वारा सरस बिरारी ऽऽ जोडज
ओ ऽऽ वारा काका बाबा री जोडज ओ ऽऽ थाने पुजे वो
देवतारी ओ राण्या झरता चूरमाजी, थाने चाडे ओ देवतारा
ओ कँवर फूल गुलाबराजी ||२ ।।
नोट: मुंदल माता की जगह घर के कुल माता का नाम लेना।
इस गीत में घर के सभी पुरुषों का बालकों के साथ नाम लिया जात है, दशरथजी के जगह पिताजी का नाम लेना, रामचन्द्रजी की जगह बेटे का नाम लेना। जितने भी जीवित पुरुष और बालक है परिवार में उन सबका नाम एक एक कर रामचन्द्रजी की जगह लेते जाना। पिताजी स्वर्गवासी भी रहे तो भी उनका नाम दशरथजी के जगह लेना।
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