=======
कुछ
लोग तुम्हारी राह में हमेशा पत्थर ही फेंकेगें,
अब
ये तुम्हारे उपर निर्भर करता है कि तुम उन पत्थरों से क्या बनाते हो!!
मुश्किलों
की दीवार या फिर कामयाबी का पुल।
======
कागज
के टुकड़े करना सरल है
कपडे
के टुकड़े करना थोडा कठिन है
लोहे
के टुकड़े करना काफी कठिन है
लेकिन
सबसे
ज्यादा कठिन कुछ है तो वह है
हमारे
अन्दर स्थित अहम के टुकड़े करना
=====
जब
हम अकेले हों तब अपने विचारों को संभालें…
और
जब हम सबके बीच हों तब अपने शब्दों को संभालें…
=======
अंधेरे
मे जब हम दीया हाथ मे लेकर चलते है तो हमे यह भ्रम रहता है कि हम दीये को लेकर चल
रहे है जबकि सच्चाई एकदम उल्टी है दीया हमे लेकर चल रहा होता है ।
=====
परिवार
हो या संगठन
सब
में सफलता का राज है
एक
दूसरे के विचारों को,
सुनना
और सम्मान देना
========
पूरी
जिंदगी हम इसी बात मे गुजार देते है की
चार
लोग क्या कहेगे ओर अंत मे वो चार लोग
बस
यही कहेगे की राम नाम सत्य है !
========
आत्मा
भी अंदर है परमात्मा भी अंदर है आत्मा से परमात्मा के मिलने का रास्ता भी अंदर ही
है
=======
एक
बार सच्चे मन से ज़रूर कोशिश कर के देखे फिर आपको एहसास होगा कि परमात्मा हमारे
अन्दर ही है बाहर कुछ भी नहीं है हम व्यारथ ही बाहर भटक रहे हैं ।
=====
No comments:
Post a Comment