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Sunday, 13 August 2023

आमुक्ति का करिश्मा: पिशाच लोक की व्यथा: भाग ८

   


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आमुक्ति ने आगे कहा, “फिर उस दिन वो सीमा को लेकर आई| पहली बार कोई लड़की उसके साथ वहा आई थी| मैंने सीमा को ध्यान से देखा| सीमा पवित्र आत्मा लगी और मैंने उसी वक्त उसके शरीर पर कब्ज़ा कर लिया| जैसे ही मैंने उसे अपने वश में किया उसे थकान महसूस होने लगी| वो होटल में आकर सो गयी| करिश्मा उसे पानी में नशे की दवा मिलाकर देने वाली थी, पर ऐसा कुछ होने के पहले मैंने सीमा को बेहोश कर दिया| इसीलिए सीमा का एबॉर्शन नहीं हुआ| और फिर जो हुआ वो तुम्हे सब पता हैं| सीमा की बेहोशी और पागलपन देखकर करिश्मा और अरमान दोनों डर गए थे इसीलिए वो वहा से भाग गए| अब अरमान कभी नहीं आएगा, क्यों की दोनों के पापों का घड़ा भर गया हैं|”

किरण ने चिंता जताते हुए पूछा, “फिर सीमा के बच्चो का और उसका क्या होगा?”

आमुक्ति ने कहा, “ये तो वक्त आनेपर सबको समझेगा| बस इसके आगे मुझे मेरे बारे में कुछ नहीं बताना हैं|”

किरण की चिंता और बढ़ गयी थी| अरमान को कहा ढूंढे? अगर नहीं मिला तो कैसे सीमा को समझाये की उसने एक दरिन्दे से प्यार किया था? कैसे उसकी जिंदगी से इस दुःख को दूर करे? 


लेखिका: रिंकू ताई

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