कृपया, पूरी कथा पढ़ने के लिए अनुक्रम पर जाए|
आमुक्ति ने आगे बताया, “जब
इस लड़कीकी आत्मा पिशाचलोक में आई तब वो हमेशा अखड़ी हुई रहती थी| जब वो लड़का पकड़ा
गया और इस लड़की के घरवालो को लाश दी गयी तब घरवालों ने छाती पिटपिट कर कहा, “कितना
समझाया था इसे की वो लड़का एकदम नालायक हैं उससे दूर रहे| पर सुना नहीं|” बस जब ये
लड़की आने माँ बाप को रोते हुए देख रही थी तब उसे याद आया की कैसे उसने अपने माँ
बाप का अपमान किया था, अपने कातिल के खिलाफ कुछ बोलने पर| कैसे उसने गन्दी गालियाँ
दी थी अपने सभी नातेदारों को| पर अब कोई फायदा नहीं था| वो दर्द में आज भी पिशाच
लोक में तड़प रही हैं| आगर तुम चाहो तो देख सकती हो|”
लेखिका: रिंकू ताई
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