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दिलपर पत्थर रख कर
उर्मिला ने सीमा को तैयार किया और किरण सीमा को रायपुर के सरकारी अस्पताल ले गयी|
वहा नाम बदल कर चेकअप करवाया, तो पता चला सीमा चार महीने की प्रेगनेंट हैं और वो
भी जुड़वाँ बच्चो की माँ बनने वाली हैं| डॉक्टर के हिसाब से अगर एबॉर्शन किया गया
तो, सीमा के जान पर भी बन सकती हैं|
किरण की डॉक्टर के साथ
चर्चा सुन सीमा के शरीर पर कब्ज़ा किये हुए आमुक्ति ने किरण को जोरदार घुसा मारा और
बोली, “तुम बड़ी तांत्रिक हो न| तुम्हे इतना भी नहीं पता, गर्भवती स्त्री अगर अपने
शिशुओं के साथ मर गयी तो पिशाच योनी में उसे और उसके अजन्मे शिशुओं को भटकना पड़ता
हैं| इसे तुम्हे इसके गर्भ के साथ संभाल कर रखना हैं| और मेरे घुसे से समझ जाओ, की
मैं क्या कर सकती हु|”
लेखिका: रिंकू ताई
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