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सीमा:
सीमा एक उच्च शिक्षित
आत्मनिर्भर लड़की हैं, जो अपने मूलस्थान दुर्ग से दूर तिरुवनंतपुरम बैंक में नौकरी
करने गयी थी| और ये कथा उसके साथ वहा जो हुआ उससे शुरू होती हैं|
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करिश्मा:
करिश्मा सीमा की सहेली
बनकर उसके जीवन में आती हैं, जो की वास्तव में सीमा से शुरू में बैर रखती हैं| पर
सीमा के प्रेमपूर्ण और मिलनसार स्वाभाव के कारण वो अपने मन का बैर भूलकर सही मार्ग
पर लौट आती हैं|
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उर्मिला:
उर्मिला सीमा
की माँ हैं और वो सीमा की हर बात की खबर रखने का पूरा प्रयास करते रहती हैं| उर्मिला जो भी
सीमा से पूछे सीमा बिना संकोच किये सब सच सच उर्मिला को बताती थी| यही माँ बेटी
के नाते का मर्म हैं|
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