एक दिन की बात है एक चिड़िया आकाश में अपनी उड़ान भर रही होती है। रास्ते में उसे गरुड़ मिल जाता है। गरुड़ उस चिड़िया को खाने को दौड़ता है। चिड़िया उससे अपनी जान की भीख मांगती है। लेकिन गरुड़ उसपर दया करने को तैयार नहीं होता।
तब चिड़िया उसे बताती है कि मेरे छोटे-छोटे बच्चे हैं और उनके लालन पालन के लिए मेरा जीवित रहना जरूरी है।
गरुड़ इस पर चिड़िया के सामने एक शर्त रखता है कि मेरे साथ दौड़ लगाओ और अगर तुमने मुझे पराजित कर दिया तो मैं तुम्हे अभय दान दूंगा और तुम्हें यहां से जाने दूंगा।
गरुड़ इस बात को जानता था कि चिड़िया का उसे दौड़ में हराना असंभव है। इसलिए उसके सामने इतनी कठिन शर्त रख देता है।
चिड़िया के पास इस दौड़ के लिए हां करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचता। लेकिन चिड़िया को इस बात का अंदाजा था कि गरुड़ को दौड़ में हराना नामुमकिन है लेकिन फिर बी वह इस दौड़ के लिए हां कर देती है।
पर वह गरुड़ से कहती है कि जब तक ये दौड़ समाप्त नहीं होती वह उसे नहीं मारेगा।
गरुड़ इस बात पर तैयार हो जाता है। दौड़ शुरू होती है चिड़िया फट से जाकर गरुड़ के सिर पर बैठ जाती है और जैसे ही गरुड़ दौड़ के आखिरी स्थान पर पहुंचता है चिड़िया फट से उड़ कर लाइन के पार पहुंच जाती ही और जीत जाती है।
गरुड़ उसकी चतुरता से प्रसन्न हो जाता है और उसको जिंदा छोड़ देता है। चिड़िया तुरंत ही वहां से उड़ जाती है और अपने रास्ते चल देती है।
मित्रों" कठिन परिस्थितियों में रोना नहीं चाहिए बल्कि समझदारी और चतुरता के साथ मुसीबत का सामना करना चाहिए। विरोधी या कार्य आपकी क्षमता से ज्यादा मजबूत हो तो इसका मतलब यह नहीं कि आप पहले से ही हार मान कर बैठ जाएं बल्कि समझदारी और धैर्य से बैठ कर समस्या का समाधान ढूढ़ना चाहिए। अपने ऊपर विश्वास रखना चाहिए कि हम किसी भी परिस्थिति में जीत सकते है।
🌹🙏🏻🚩 *जय सियाराम* 🚩🙏🏻🌹
🚩🙏🏻 *जय श्री महाकाल* 🙏🏻🚩
🌹🙏🏻 *जय श्री पेड़ा हनुमान* 🙏🏻🌹
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साभार: तिवारीजी
आज के परिवेश में जब आपको पता हैं की आपका शत्रु गरुड़ के समान शक्तिशाली हैं जिसकी शक्ति का स्त्रोत कही न कही विदेश में हैं तो आपने भी चिड़िया की जैसी चतुराई सीखनी हैं|
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