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Thursday, 13 October 2022

सरमा का शाप

 जय श्री कृष्णा साथियों 

महाभारत के आदिपर्व के अध्याय तिन से एक कथा आपके लिए लायी हूँ| यह कथा श्लोक संख्या १ से ९ तक दी हैं| 

महाभारत के युद्ध के पश्चात् उत्तरा और अभिमन्यु के पुत्र परीक्षित का जन्म हुआ| परीक्षित ने हस्तिनापुर का राज्य पांडवों के बाद संभाला| परीक्षित के पुत्र का नाम जन्मेजय था और भीमसेन, उग्र्सेन श्रुतसेन ये जन्मेजय के भाई थे|

एक बार कुरुक्षेत्र में जन्मेजय ने दीर्घयज्ञ का अनुष्ठान किया और वो अपने भाइयो के साथ वहा यज्ञ कर रहे थे| तभी वहा देवताओ की पाली हुई कुतियाँ का बेटा कुत्ता आया और बैठ गया|

कुत्ते को यज्ञस्थल के निकट देख जन्मेजय के भाइयों ने उसे मार भगाया| कुत्ता रोते हुए अपनी माँ के पास आया| उसे रोता देख उसकी माँ सरमा ने पूछा, "क्या हुआ पुत्र तुम रो क्यों रहे हो?"

तब उस कुत्ते ने कहाँ, "माँ मैंने कोई अपराध न किया फिर भी जन्मेजय के भाइयों ने मुझे मारा| मैं यज्ञस्थल के निकट जाकर केवल बैठा था| मैंने न ही यज्ञ का घृत देखा ना ही उसे चाटा| फिर भी उन्होंने मुझे मारा|"

अपने निरपराध पुत्र की इस दशा से दुखी सरमा यज्ञस्थल पर आकर बोली, "मेरे पुत्र ने तुम्हारा कोई अपराध नहीं किया फिरभी तुमने उसे मारा, अतः तुमको अलक्षित भय आकर घेरेंगा|"

यह सुन जन्मेजय और उसके भाई बहुत दुखी हुए और घबरा गए|


कई लोगो को यह कथा कपोल कल्पित लगती हैं, परन्तु इस कथा का मर्म युगों युगों तक सत्य रहेगा| यहाँ मनुष्यों द्वारा किसि निर्दोष प्राणी पर हिंसा की घटना का वर्णन हैं| अगर आप भी किसी भी तरह से किसी भी प्राणी पर हिंसा करेंगे तो आपको भी भय सताएगा और दुःख भी घेर लेगा|

अगर कथा अच्छी लगी हो तो इसे अपने परिवार के साथ पढ़े| अन्य साथियों के साथ भी शेयर करें| और कमेंट में एक बार जय श्री कृष्णा लिख कर आपकी उपस्थिति दर्ज कराएँ|

धन्यवाद!

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2 comments:

  1. कुतियाँ का बेटा कुत्ता ही होता हैं| पर ये जानकारी भरी कथा बहोत अच्छी हैं| लिबरल डॉग लवर्स इसे पढेंगे तो उनके लिए अच्छा रहेगा|

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  2. ए सुनो सब लोग इस #ज्ञानी_बाबा को मिलकर #troll करो - टेढ़ा सीधा ज्ञान दे रहा हैं - https://www.youtube.com/shorts/oqinwSSeKuE

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