पीठी
मगरे रा मूंग मंगावो ए, म्हारी पीठी सरस बनाओ ए
बनडे रे अंग लगाओ ए ।
म्हारे मालणकी भल आई ए, मालण चंपो मरवो लाई ए।
चंपले री चौसठ कलियां ए, बनो पूरे बनी री रलियां ए ।
म्हारे तेलण की भल आई ए, तेलण तेल घडो भर लाई ए ।
म्हारे लोहारण भल आई ए, लोहारण झबलक दिवलो लाई ए।
दिवले में चौसठ बाती ए, बना पूछे बनी ने बोत्यों ए ।
बनडे रे हाथ में कूंची ए, बनडे सू बनडी उँची ए ।
बनडी रे हाथ में डोरी ए, बनडे सूं बनडी गोरी ए ।
बनडे रे हाथ पतासा ए, बनो करे बनी सू तमासा ए ।
बनडे रे हाथ मखोणा ए, बन्नो करे बन्नी सू बरखोणा ए ।
नाजो घूंघट खोल देखोवो ए, ज्यों मुख निरखू मैं तेरा ए।
हूं तो ज्यूं मुख निरखू तेरा ए, हूं तो चाकर बंदो तेरा ए ।
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