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Monday, 24 March 2025

जान के डेरे जाते तब (आंबा पाक्या)


जान के डेरे जाते तब (आंबा पाक्या)

ओ आंबाजी पाकया आंबोळी ओ पाकी आंबोळ्यारी डाळ कोयल बाई सिद चाल्या ।

ओ म्हे थाने पुछा म्हारा कंवर बाई, ओ इतरो बाबाजीरो लाड छोडर बाई सिद चाल्या

ओ आयो सगारो सुवटो, ये लेगो टोळीमांसु टाळ कोयल बाई सिद चाल्या ।।

कोयल बाई की जगह वधू का नाम लेना।
सभी रिश्तों के नाम लेना।

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