तेल नं. २
सुनो सुनो जोधाणारा थे तेलीजी
घाणी पिळो केसरने कस्तुरीजी
माय घालो मखाने मगतुरीजी
माय घालो जायफळने जायपत्रीजी
ओ तेल बनडीरे अंग चढशीजी
दमडा वारा बाबाजी भर देशीजी
लेखो वारा माताजी कर देशीजी ।
(घरके और मायरेदारों के नाम लेना)
दुनियभारके किस्से कहानियाँ इस ब्लॉग पर आपका स्वागत हैं। इस ब्लॉग पर आपको विविध तरीके की कहानियाँ, किस्से, कविताएं तथा गीत पढ़ने मिलेंगे।
#काला_कानून_वापस_लो ये क्यों ट्रेंड हो रहा है? @ grok यह हैशटैग हाल के सुप्रीम कोर्ट फैसले के विरोध में...
No comments:
Post a Comment