गहू ये चिणारो उगटणो,
राय चंपेलीरो तेल,
सरस बनाजी बेठ्या उगटणे ।
आवो बाबाजी देखलो,
आवो माताजी देखलो,
ओ सुख देखोनी आज-नवल बनाजी बेठा उगटणे
(काका, मामा, बिरा के नाम लेना)
दुनियभारके किस्से कहानियाँ इस ब्लॉग पर आपका स्वागत हैं। इस ब्लॉग पर आपको विविध तरीके की कहानियाँ, किस्से, कविताएं तथा गीत पढ़ने मिलेंगे।
#काला_कानून_वापस_लो ये क्यों ट्रेंड हो रहा है? @ grok यह हैशटैग हाल के सुप्रीम कोर्ट फैसले के विरोध में...
No comments:
Post a Comment