काछबियो
चांदा थारी चकमक रात मोरी सैया ए, चांदा थारी चकमक रात ।
नणंद भोजाया पाणी साचरीजी म्हारा राज ।
आगे आगे नणंदल बाईरो साथ, लारे नखराळी भावज साचरीजी म्हारा राज ।
चुकल्यो मेल्या जळरेजी तीर, इंदोणी अटकाई चंपाडाल रेजी म्हारा राज।
फिर गीर निरख्यो छे बाग, दांतनिया तो तोड्या कांची केरराजी म्हारा राज।
रगड बत्तीशी काठी उजळी ।।१।।
देखो भावज कोई जीनावर जाय मोरी सैया ए,
देखो भावज कोई जिनावर जाय।
लिलीना लकेरी पिळो मांडनोजी म्हारा राज ।
ओ छे बाईजी थारोडो भरतार मोरी सैया ए,
ओ छे बाईजी थारोडो भरतार ।
गार गिरोळे राणा काछबोजी म्हारा राज।
परणोबाईजी म्हारोड बीर, तीन भवनरो राणो राजवीजी म्हारा राज ॥२ ॥
माता म्हारी नारेळो मती झेल, मोरी जामन ओ,
माता म्हारो नारेळो मती झेल।
नही ने परणीजू राणो काछबोजी म्हारा राज ।
किन थने दिनी छे सिख म्हरी धिवड ए, किन थने दिनी छे सिख ।
किनरे नखराळी चाळो चाळीयोजी म्हारा राज ।
किनरे नखराळी चाळो चाळीयोजी, जामन ए भावज म्हाने दिनी छे सिख ।
काकीने नखराळी चाळो चाळोचाळोयाजी म्हारा राज ।
भावजडीरो जिवजो बीर मोरी सैया ए, भावजडीरो जीवजो बीर ।
काकीने नखऱ्याळी रेज्यो बांझडीजी म्हारा राज ।
मतीदे माता भावजडीने गाळ,
म्हारी जामन ए मती दे भावजडीने गाळ,
काकीने सपुती सात जनज्यो म्हारा राज ॥२ ॥
आई, आई काछबीयारी जान मोरी तैया ए,
आई आई, काछवियारी जान।
आन उतारी हरिया बागमेजी म्हारा राज।
आन उतारी हरीया बागमे, चालो सैया बिंद जोवन जाय।
म्हारी मैया ए, चाली मैया बिंद जीवन जाय,
किसडे उणीयारे राणी काछबीयोजी म्हारा राज।
गळे हे भेरुजीरो फूल मोरी मैया ए, गळे हे भेरुजीरो फूल ।
काळे तो करवे राणी राजविजी म्हारा राज ॥३ ॥
कोई खोली गांधीडी दुकान मोरी सैया ए,
कोई खोली गांधीडी दूकान ।
कोईने डावडिया डावा रखोलीयाजी म्हारा राज।
डावडीया थे आगीपीछी होय,
उळगे पसीजे राणी काछबोजी म्हारा राज।
मरु एक जिवूमोरी माय, सैया ए मरु एक जिवू मोरी माय ।
काछबीयो सरायो घरकी गोरडीजी म्हारा राज ॥४ ॥
थारी रे बेटा मरेरे बलाय, काछबीया सरीसा ओरु आवसीजी म्हारा राज ।
काछब राणो पाछो धीर जोय कवारी किन्या फाटे चढी म्हारा राज।
चढी हे तो चढबा देय मोरी सेया ए, चढी हे चढबा देय ।
बळती मे पुलो म्हेई राळशाजी म्हारा राज, बळती मे अंगुचो म्हेई राळशाजी म्हारा राज ॥५ ॥
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